माथवरसिंह बस्नेत मेरे सिनेमें नहीं, तेरे सिनेमैं सही, हो कहीँ भी आग, जलनी चाहिये । – गजलकार दुष्यन्तकुमार मिसन भनेकै कुनै निश्चित लक्ष वा उद्देश्य